पेट साफ़ रखने वाले चूर्ण आपके कब्ज़ को बढ़ा तो नहीं रहे? | Laxative churnas might increase constipation!

सही पढ़ा आपने! मार्किट में आजकल पेट साफ़ करने वाले चूर्णों का बाजार गर्म है. एक तो इसलिए कि एक-दो दिन भी पाखाना ठीक से न हुआ तो हम सोचने लगते हैं कि हम कब्ज़ से पीड़ित हो  गए हैं. दूसरे यह धारणा कि पेट साफ़ नहीं होना सैकड़ों बीमारियों की जड़ है. और तीसरे, पेट साफ़ करने वाले चूर्ण बनाने वाली कंपनियों के विज्ञापन. 
सच तो यह है कि कभी-कभार पेट सख्त हो जाना कब्ज़ नहीं है. और पेट सूखा रहना एक बीमारी तो है लेकिन लाखों-करोड़ों लोगों को पेट थोड़ा सख्त होता है और वो रोज एक ही समय में पाखाना करने वालों की तुलना में अधिक स्वस्थ होते हैं. इसलिए यह चिंता करके कि आज पेट साफ़ नहीं हुआ, बीमार मत जाइए. 
पेट साफ़ करने की दवा चाहे आयुर्वेदिक हो, चाहे नैचुरोपथी के हिसाब से, चाहे ऐलोपैथी की - सब से आँतों को उसकी आदत पड़ जाती है और अगर इसे लगातार लेने के बाद छोड़ दिया तो कब्ज़ पनप सकता है. 
इसलिए अगर ज़रूरी न हो तो पेट सफ़ा करने वाला चूर्ण या अन्य दवा न लें. अगर लें तो पेट ठीक हो जाने के बाद उसे छोड़ दें- पेट को उसकी आदत न पड़ने दें. 
इस विषय पर नीचे लिंक किये हुए विडियो में विस्तार से चर्चा की गयी है. इसे ज़रूर देखें यह जानने के लिए कि मैं ऐसा क्यों कह रहा हूँ.  pet saaf kerne ke churn- churnas for constipation


 

Comments